Mukesh Ambani’s Z plus security is spent every month, even Parinda could not kill him.: केंद्र सरकार ने उद्योगपति मुकेश अंबानी को जेड प्लस सुरक्षा देने का निर्णय किया है। सीआरपीएफ के एंटी-नक्सल कमांडोज को तत्काल उनकी ड्युटी संभाल लेने के आदेश भी दे दिए गए हैं। यहां उल्लेखनीय है कि हाल ही में आतंकियों ने मुकेश अंबानी को एक पत्र द्वारा धमकी दी थी। इस पत्र में लिखा गया था कि वे गुजरात में निवेश करना बंद कर दें और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंध खत्म कर दें।
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क्यों दी जाती है मुकेश अंबानी को Z Plus सुरक्षा?
दरअसल, 2013 में मुकेश अंबानी को भारतीय मुजाहिद्दीन ग्रुप से धमकी मिली थी। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक उस धमकी के बाद ही भारत सरकार की तरफ से मुकेश अंबानी को जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला लिया गया था जिसका पैसा खुद मुकेश अंबानी ही भरते हैं। अब अंबानी को ये सुरक्षा मिले हुए 7 साल का समय बीत चुका है और मुकेश अंबानी अभी भी इस सुरक्षा को लिए हुए हैं। आखिर वो किसी नेशनल एसेट से कम तो नहीं।
55 पर्सनल सुरक्षा गार्ड्स शामिल होते हैं जिनमें से कम से कम 10 एलीट लेवल के नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स होते हैं जो 24 घंटे आपकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं। इस सुरक्षा के लिए 15-16 लाख प्रति माह खर्च होता है और इस पैसे के अलावा, गार्ड्स के रहने, किचन और टॉयलेट आदि का इंतज़ाम भी करना होता है ताकि गार्ड आपके घर में रह सके। मुकेश अंबानी ये सब कुछ करते हैं और उनके लिए सुरक्षा गार्ड्स 24*7 तैयार रहते हैं
अंबानी की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम में डाली थी याचिका
जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने बॉम्बे हाईकोर्ट के दिसंबर, 2019 के आदेश के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करते हुए कहा, किसी व्यक्ति पर खतरे की आशंका का आकलन व समीक्षा करना और इस पर फैसला लेना राज्य सरकार का काम है। यह याचिका हिमांशु अग्रवाल ने दायर की थी।
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