हर माता-पिता चाहते हैं कि उसके बेटे या बेटी की लंबाई अच्छी हो लेकिन छोटी उम्र में इसका पता लगा पाना मुश्किल होता है। आप सिर्फ अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका बच्चा कितना लंबा हो सकता है। लेकिन अगर आपको हम ऐसे कुछ तरीकों के बारे में बताएं, जिनसे आप अपने बच्चे की लंबाई का अंदाजा लगा सकते हैं तो आपके लिए कितना अच्छा होगा।
लंबाई बढ़ने में पोषण का महत्व
बढ़ते हुए लड़कों को 2800 से 3000 और लड़कियों को 2200 से 2500 कैलोरीज की आवश्यकता होती है। इस कैलोरी का 40 प्रतिशत भाग प्रोटीन से आना चाहिए। लंबाई बढ़ाने के लिए जरूरी है कि भोजन में विटामिन ए, डी, कैल्शियम एवं आयरन की उचित मात्रा हो। हाई प्रोटीन डाइट के लिए भोजन में दूध और अंडा शामिल करना चाहिए। सिर्फ शाकाहारी प्रोटीन के स्रोत काफी नहीं होते।

इन बातों को जानना भी है जरूरी
जरूरत से ज्यादा भोजन अधिक लंबाई नहीं बढ़ाता, बल्कि बढ़ाता है मोटापा और मोटे होने से लंबाई बढ़ना कम हो सकता है। लंबाई बढ़ने की उम्र के समय बच्चों के भोजन का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। लंबाई बढ़ाने के साथ ही खेलकूद में एनर्जी बहुत अधिक लगती है। तेज लंबाई बढ़ने वाले समय में बच्चों को भूख भी ज्यादा लगती है और उन्हें जल्दी-जल्दी पौष्टिक भोजन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में इस उम्र के बच्चे बाहर का फास्ट फूड्स खाने के लिए लालायित होते हैं। थलापति विजय को मात देने से चूके कमल हासन, मिली करियर की बेस्ट ओपनर फिल्म
नींद का महत्व
नींद बच्चे की बढ़त में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 10 से 12 घंटे की नींद और रात जल्दी बिस्तर में जाने से लंबाई में काफी फर्क पड़ता है। आराम के समय शरीर में बौद्धिक और शारीरिक विकास करने वाले हॉर्मोन्स बेहतर काम करते हैं।

व्यायाम
शारीरिक व्यायाम या शरीर का क्रियाशील रहना लंबाई बढ़ाने के लिए जरूरी है। खुशगवार माहौल में खेलकूद, आउटडोर स्पोर्ट्स, बाइकिंग, रनिंग, तैराकी आदि करना चाहिए। ख़ुशी-ख़ुशी घर के काम में शामिल होने से भी बच्चे की बढ़त में मदद मिलती है और साथ ही मोटापा काबू में रहता है।
हमारे देश के बच्चों की औसत लम्बाई विश्र्व के औसत से बहुत कम है। 40 प्रतिशत बच्चे अपनी निश्चित लंबाई प्राप्त नहीं कर पाते। इसका मुख्य कारण है उचित पोषण की कमी। यह कुपोषण पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है और इसी वजह से हमारे बच्चो की जीन्स तक में बदलाव आ गए है। हमारे नीति निर्माताओं को बच्चों के पोषण को सर्वोच्च प्राथिमकता देनी चाहिए। यही से राष्ट्र का निर्माण होगा।