Bank employees also could not catch fake notes, Rs 5.60 lakh deposited in 4 years, FIR in Raipur: कालाधन सामने लाने और नकली नोटों के कारोबार पर अंकुश लगाने 8 नवंबर 2016 को पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद कराने के ऐलान किया और 2000, 500, 200 के नए नोट जारी कर सुरक्षा पहलुओं का भी दावा किया गया था। बाजार में लाए गए नए नोटों से ही अब फर्जीवाड़े का खेल शुरू हो गया है। मशीन और बैंक के कर्मचारी ही नकली नोट को नहीं पहचान पा रहे हैं।
संजय ने बताया कि कानपुर में रहने वाले उसके दोस्त पवनिशकांत के साथ वह नकली नोट चलाता है। फेसबुक के जरिए से उनकी पहचान बेंगलुरु से अफ्रीका मूल के दो आरोपी इस्माइल व पाल से हुई थी। उन्होंने नकली नोट को चलाने का तरीका बताया था। सौदा तय होने के बाद इस्माइल भोपाल आया था। पुलिस ने कानपुर से 42 साल के पवनिशकांत द्विवेदी को तो पकड़ लिया, लेकिन विदेशी इस्माइल और पाल को नहीं पकड़ पाए।
बैंकों ने पकड़े 96% नकली नोट
साल 2020 और 2021 के बीच RBI और बैंकों को कुल मिलाकर 5.45 करोड़ रुपए से ज्यादा के नकली नोट मिले थे. इसमें से 2,08,625 नकली नोट पकड़े गए हैं, जिसमें से RBI ने 8107 नकली नोट और बाकी बैंकों ने 2,00,518 नोट पकड़े हैं. मतलब सिर्फ बैंकों में 96% नकली नोट पकड़े गए थे.
500 रुपए के नोटों की ऐसे करें पहचान?
500 रुपए का नोट हाथ में लगने से पहले उसकी पहचान होनी बहुत जरूर है कि वो असली है या नहीं. RBI ने नोट की पहचान करने के लिए 17 पहचान चिन्ह बताए हैं. इन चिन्ह को देखकर आप भी 500 रुपए या 2000 रुपए के असली और नकली नोट की पहचान कर सकते हैं. इनमें फर्क काफी मामूली होता है, लेकिन अगर गौर करेंगे तो पहचान आसान होगी.
ब्लाइंड लोगों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. ऐसे लोग भी नोट को छूकर पता कर सकते हैं कि वो असली है या नकली. इसमें अशोक स्तम्भ, महात्मा गांधी की तस्वीर, ब्लीड लाइन और पहचान चिन्ह रफली प्रिंट किया गया है.
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